रविवार, 27 अगस्त 2023

पॉश कालोनी में जिन्दा लेखक





  

             कल बड़ी हलचल रही, कालोनी वालों ने पहली बार जिन्दा लेखक देखा । पहले तो किसी को विश्वास नहीं हुआ कि इतने पॉश इलाके में जिन्दा लेखक कहाँ से निकल आया !! कालोनी अध्यक्ष ने कहा कि हाथ लग गया है तो देख लो सब लोग शाम को । कालोनी पॉश है, समस्या कुछ है नहीं, लेकिन कुछ न कुछ तो करना ही पड़ता है । लक्ष्मीनारायण शाह जब से कालोनी के अध्यक्ष बनें हैं लगातार कुछ न कुछ नया दिखाते रहते हैं । पिछले महीने कठपुतली का प्रोग्राम रखा था, उसके पहले बन्दर और मदारी का । इसकी खास बात यह थी कि बन्दर मदारी को नचा रहा था जैसे आजकल नेता जनता को नचाते हैं । शाह साहब के पास हमेशा नए नए आइडिया रहते हैं । नए साल पर उन्होंने पानी-पूरी के साथ विस्की-पूरी का स्टाल भी लगवाया था । लोगों को उनके कार्यक्रमों का शिद्दत से इंतजार रहता है । उन्होंने वादा कर रखा है कि अबकी भालू दिखायेंगे । एक बार मौका आ भी गया था यानी भालू मिल गया था । लेकिन पिछले चुनाव में मात्र पांच वोटों से हारे भूतड़ा साहब ने अपने समर्थकों के साथ आपत्ति ली कि जब पॉश कालोनी में गाय प्रतिबंधित है तो भालू बन्दर कैसे अलाऊ हो सकते हैं !  हालाँकि मिसेस भूतड़ा अन्दर ही अन्दर पति के विरोध का विरोध कर रही थीं । दरअसल उन्हें भालू के साथ सेल्फी लेनी थी । यह भी एक मजबूत कारण था कि भूतड़ा साहब भालू को कालोनी में नहीं आने देना चाहते थे । ड्राइंग रूम में भालू के साथ उनकी बीबी का फोटो लगे इसकी कल्पना से खुद उनके रोंगटे भालू जैसे हो जाते हैं ।

             हाँ तो कालोनी के वाट्सएप ग्रुप में खबर आई कि आज शाम को सब लोग कम्युनिटी हाल में लेखक को लाइव देख  सकते हैं । लोग चौंक गए । मैसेज के जवाब में कई जिज्ञासाएं आईं । लोग पूछ रहे थे “लेखक क्या होता है !?’ 'दीखता कैसा है ?' यह भी जानना चाहते थे कि सेफ्टी मेजर क्या हैं ? पिछली बार बन्दर देखते हुए मिसेस जन्जीरवाला पास चली  गयीं थीं और उन्हें बन्दर ने नोच लिया था । अब ऐसा नहीं होना चाहिए । पहले से ही सबको बता दीजिये कि कितनी दूर से देख सकते हैं ? महिलाओं ने पूछा ड्रेस कोड क्या है । मिसेस भूतड़ा एंड ग्रुप ने जानना चाह है कि सेल्फी लेने देंगे क्या ? बेहतर हो कि लेखक की फोटो और साईज ग्रुप में डाल दें, बच्चे पूछ रहे हैं कि लाइव लेखक कैसा होता है । लेखक अगर दाढ़ी वाला हो तो पहले बता दें, लोग अपनी रिस्क पर आयेंगे । बहुत से लोग हैं जो दाढ़ी वालों को पसंद नहीं करते हैं । 

                 शाम को लक्ष्मीनारायण शाह कम्युनिटी हाल में लेखक के साथ प्रवेश करते हैं । लोग चौंकते हैं ‘ अरे !! ये तो आदमी है !!’ लेखक कम से कम एलियन जैसा तो होना चाहिए वरना उसमें देखने का क्या है !  ये तो गरीब जैसा दिख रहा है ! इससे अच्छा तो अपना हीरालाल माली दिखता है । मिसेस जन्जीरवाला ने चिल्ला कर पूछा हम छू कर देखेंगे । एक आवाज आई कि इनका आधार कार्ड बताओ । भूतड़ा बोले ये असली लेखक है इस बात का क्या प्रमाण है ? ऐसे तो कोई भी किसी को भी पकड़ लायेगा कि लो भई लेखक को देखो । पीछे से सिंग साहब तैश में उठे, ओजी बेवकूफ बना रहे हो ! किसने बोला कि लेखक ऐसा होता है ! चलो ओए चलो, इसके तो सींग भी नहीं हैं ! इसमें देखने का क्या है । सब उठ कर जाने लगे । 

           मिसेस भूतड़ा एंड ग्रुप पास आ कर बोलीं – ‘एक सेल्फी ले लें प्लीज ‘ ।

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1 टिप्पणी:

  1. कॉलोनी वालों के नाम बहुत छाँट छाँट कर रखे हैं ।इसी से पता चलता है कि कॉलोनी काफी पाश है । अलबत्ता लेखक को क्रत्रिम पूंछ लगा देते तो और भी मजा आता ।

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