किसी
जमाने में वे ‘अबे ओ बच्चा’ थे, फिर बच्चा बाबू कहलाये. सरकार में आ गए तो श्रीमंत बच्चा बाबू हो गए,
स्मार्ट सिटी बनाने का हल्ला हुआ तो अब सर बी.बी. हैं. स्मार्ट सिटी बनाने की
जिम्मेदारी सर बी.बी. पर भी है सो होली के ठीक पन्द्रह दिन पहले उन्होंने प्रजा के
लिए दो आदेश निकाले कि रात बारह बजे के
बाद से नगर में पशुबंदी लागू की जा रही है, चौपाये पशुओं को नगर में रखना गैरकानूनी
माना जायेगा, सारे चौपाये पशु तुरंत बाहर किये जायें. नगर चोर-उचक्कों,
गुंडे-बदमाशों, हत्यारों-लुटेरों, भ्रष्टाचारियों, बलात्कारियों, झूटे-बेईमानों, लम्पट-पाखंडियों
आदि दो-पाये पशुओं के रहने की जगह है. चौपाये अक्सर उनके काम में बाधा बनते हैं और
यहाँ वहाँ गंदा करते रहते हैं, इनसे नगर
की शोभा प्रभावित होती है. बहुत सारे लोग सरकार की कल्याण योजनाओं का लाभ लेते हैं
और पशुओं को चारा खिला कर श्रेय उनको दिया करते हैं ! इस पर तुरंत रोक लगाने का
निर्णय लिया गया है. लेकिन उन नस्ली और पालतू कुत्तों को पशुबंदी से छूट रहेगी
जिनके आधार कार्ड बनें होंगे. उन कुत्तों को भी छूट का लाभ मिलेगा जो भवन या प्लाट
के मालिक हैं और अग्रिम संपत्ति कर जमा कर रहे हैं. उन सभी गधों को भी स्मार्ट सिटी में रहने की छूट रहेगी
जिनके नाम वोटर लिस्ट में आलरेडी दर्ज हैं
और जो हर चुनाव में सरकार के हाथ
मजबूत करते आये हैं.
दूसरा
आदेश यह कि सारे लोग गोबर के कन्डो से होली बनाएंगे, कोई लकड़ी नहीं जलाएगा. कंडे
बनाने के लिए केवल चौपाये पशुओं के गोबर का उपयोग किया जायेगा. इस मामले में कोई
समझौता या छूट नहीं दी जायेगी. जिनके पास पुराने कंडे जमा हैं वे सक्षम अधिकारी के
समक्ष घोषणा पत्र भर कर होली बना सकते हैं. बिना घोषणा वाले काले-कंडों से होली
बनाना और जलाना गैरकानूनी होगा. कुछ आदेश प्रशासन को भी दिए कि वो काले-कंडों के
मामले में सतर्क रहें और देखें कि कौन लोग
काले-कंडों से होली बना रहे हैं. इस बात की निगरानी रखें कि जब उनके पास चौपाये
पशु नहीं हैं तो कंडे किसके गोबर से बनाये गए हैं ! गोबर में किसी और गोबर की
मिलावट वाले कंडों पर सख्त कार्रवाई की जाये. प्रजा यदि गोबर के उदगम का संतोषजनक
उत्तर नहीं दे पाये तो उस पर गोबर तस्करी और मिलावट का केस बनाएँ.
जो सभ्य
और सुसंस्कृत लोग गोबर से होली खेलते आये हैं उनके लिए प्रशासन जल्द से जल्द हर
मोहल्ले में गोबर-एटीएम की व्यवस्था करे ताकि प्रजा अपने उपयोग के लिए मान्य-गोबर
प्राप्त कर सके. इस बार की होली के लिए एटीएम से सीमित मात्र में गोबर निकाला जा
सकेगा. भविष्य में जैसे जैसे गोबर की व्यवस्था होती जायेगी एटीएम चौबीस घंटे काम
करने लगेंगे और भरपूर गोबर देने लगेंगे. इसी के साथ सर बी.बी. ने प्रजा को होली और
स्मार्ट सिटी की बधाई दी.
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