शनिवार, 4 जुलाई 2020

वैक्सीन आ रहा है !

यह खबर सुनते ही कि कोविड-19 का वैक्सीन दरवाजे पर दस्तक देने वाला है देशभर के अमीरों ने आश्वस्ति की अंगड़ाई ली । आने दो,  किसी भी भाव में मिलेगा लगवा लेंगे । सस्ता हुआ तो दो दो लगवा लेंगे और मौका मिला तो स्टाक भी कर लेंगे । हो सकता है सरकार महाराष्ट्र, केरल, बंगाल और छ्त्तीसगढ़ जैसे राज्यों को वैक्सीन-ड्राय मान ले तो सप्लाय का मौका मिलेगा । दवाओं के धंधे में यह अच्छा है कि मुनाफा लागत के हिसाब से नहीं मौके के हिसाब से तय होता है । इधर अच्छा यह है कि जनता भी मानती हैं कि मौके पे जो काम आ जाए वो भगवान होता है मुनाफाखोर नहीं । मुनाफे के साथ भगवान होने का सुख इतना दिव्य होता है कि लगता है अपन विष्णु हैं और स्वयं लक्ष्मी चरण दबा रही है ।

इधर लड्डू फूट कर बिखर रहे थे और उधर तमाम बाहुबली फोन पर उँगलियाँ नचा रहे थे कि स्टाटिंग में पहले भाई लोग को वैक्सीन होना । भाई बचेंगे तोई सब बचेंगे नई तो कोविड से पहले भाई माड्डलेंगे सबको तो क्या कल्लोगे । भाई के बाद भाई के शूटर लोग को भी वैक्सीन होना एकदम ताजा, बोले तो गरम गरम । बिकौज उन लोगों को फील्ड में रेना पड़ता है, झोपड़ पट्टी में ऐसी वैसी जगो में छुपना पड़ता है । सरकार की मॉरल ड्यूटी है कि भाई लोगो की जित्ती भी कंपनी है, ए बी सी डी ई एफ जी, सबको प्रोयरटी पे रखे । बिकौज कंपनी रहेगी तोई सरकार रहेगी । भाई ने जिस किसी भी नेतु को भिडू बोल दिया फिर उसको हमेशा भिडू समझा । बरोबर टाइम पे पर्सेंटेज दिया, टुकड़ा डाला । इसलिए अपुन का हक्क बनाता है पहले वैक्सीन लेने का । इज्जत का सवाल है, पहले भाई लोग उसके बाद पिच्छू से भिडू लोग । और देख लो रे समझ लो अच्छी तरा से कि पब्लिक को परसाद की तरा वैक्सीन नहीं बाँट देने का । एक पालीसी बनाने का बढ़िया सी । जिनके तीन से ज्यादा बच्चे हैं उनको वैक्सीन नहीं । जिनकी एक से ज्यादा ब्याहता हों उनको भी नहीं । वैक्सीन पहले उधर जिधर चुनाव सिर पर हैं । बंगाल में दीदी लंबे समय से नेगेटिव चल रही है । उधर वैक्सीन नहीं भेजा जाएगा जब तक कि वो पॉज़िटिव नहीं हो जाती । ज्यादा सोचने का नहीं, सबको पता है कि जंग, मोहब्बत और सियासत में सब जायज है ।

चर्चा है कि संगठन ने सीधे कान में फुसफुसा दिया है कि कोई कितना ही बड़ा वीआईपी क्यों न हो वह ये न सोचे कि उसे तुरंत वैक्सीन मिल जाएगा । पहले संगठन वालों को लगेगा, यहाँ तक कि उसे भी पहले लगेगा जो बांसुरी और ड्रम बजाने के काम में लगे हुए हैं । चिंता नहीं करें, पार्टी के सभी लोगों को वैक्सीन लगेगा । लेकिन जो कांग्रेसी झुंड के रूप में यानि अपने टिड्डी दल के साथ आ रहे हैं उन्हें हमेशा की तरह प्राथमिकता दी जाएगी । उनको इंजेक्शन लगेगा पर उसमें वैक्सीन नहीं विटामिन बी भरा जाएगा । सरकार तजुर्बे से चलती है । पिछले दिनों फ्री राशन खूब बांटाना पड़ा । अब सावधानी रखें, हर घर में पहले कमाने वाले को वैक्सीन दें और आराम से अपने हाथ ऊंचे कर दें । स्वस्थ रहो और कमाओ खाओ मजे में । जो काम नहीं करेगा उसे कोरोना के साथ जीना पड़ेगा । इस काम को करते हुए बहुत सावधानी और पड़ताल करना होगी । क्योंकि वोटर पट्ठे बहुत चालक हो गए हैं । हरमी साड़ी बोतल लेने के बाद भी वोट नहीं देते हैं । सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द भ्रष्टाचार का वैक्सीन बनाए और सबसे पहले इन साड़ी बोतल वाले कमीनों को लगवाए । सुधरें तो सही ये भ्रष्ट, बेईमान, कलंक कहीं के ।

और हाँ , सबसे महत्वपूर्ण बात तो रह ही गई । कम्युनिस्टों को वैक्सीन नहीं लगाया जाएगा । क्योंकि उन्हें कोविड 19 का खतरा बिलकुल नहीं है । वे वर्षों से आलरेडी कोरंटाइन चल रहे हैं । देश के लोग भूल गए हैं कि कम्युनिस्ट कौन कौन है !! कम्युनिस्ट भी भूल गए होंगे कि वे किस देश में हैं । अगर कोविड हुआ भी तो उन्हें अपना अपना सा लगेगा । उसे एक बार लाल सलाम बोल देंगे तो रात को वह भी चीयर्स करने लगेगा । .... सो, टेक केयर .... वैक्सीन आ रहा है ।

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2 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ज़बरदस्त। मुनाफे के साथ भगवान होने का सुख ग़ज़ब सटायर। कम्युनिस्टों पर भी वाजिब प्रहार। सचमुच व्यंग्य हो तो पढ़ने में मज़ा आता है। बधाई सर।

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