दूसरा आदेश यह कि सारे लोग गोबर के कन्डो से होली बनाएंगे, कोई लकड़ी नहीं
जलाएगा. कंडे बनाने के लिए केवल चौपाये पशुओं के गोबर का उपयोग किया जायेगा. इस
मामले में कोई समझौता या छूट नहीं दी जायेगी. जिनके पास पुराने कंडे जमा हैं वे
सक्षम अधिकारी के समक्ष घोषणा पत्र भर कर होली बना सकते हैं. बिना घोषणा वाले
काले-कंडों से होली बनाना और जलाना गैरकानूनी होगा. कुछ आदेश प्रशासन को भी दिए कि
वो काले-कंडों के मामले में सतर्क रहें और देखें कि कौन लोग काले-कंडों से होली बना रहे हैं. इस
बात की निगरानी रखें कि जब उनके पास चौपाये पशु नहीं हैं तो कंडे किसके गोबर से बनाये
गए हैं ! गोबर में किसी और गोबर की मिलावट वाले कंडों पर सख्त कार्रवाई की जाये. प्रजा
यदि गोबर के उदगम का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये तो उस पर गोबर तस्करी और मिलावट का
केस बनाएँ.
जो सभ्य और सुसंस्कृत लोग गोबर से होली खेलते आये हैं उनके लिए प्रशासन जल्द
से जल्द हर मोहल्ले में गोबर-एटीएम की व्यवस्था करे ताकि प्रजा अपने उपयोग के लिए मान्य-गोबर
प्राप्त कर सके. इस बार की होली के लिए एटीएम से सीमित मात्र में गोबर निकाला जा
सकेगा. भविष्य में जैसे जैसे गोबर की व्यवस्था होती जायेगी एटीएम चौबीस घंटे काम
करने लगेंगे और भरपूर गोबर देने लगेंगे. इसी के साथ सर बी.बी. ने प्रजा को होली और
स्मार्ट सिटी की बधाई दी.
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