" देखो भाई भूरा सिंह गाँव की इज्जत का सवाल है। पूरा गाँव तुम्हारी तरफ उम्मीद से देख रहा है। तुम्हें सूरा सिंह से कुश्ती तो लड़ना ही पड़ेगी। आखिर उसने तुम्हें सबके सामने, खुले आम ताल ठोक कर चुनौती दी है !" चौपाल पर ताऊ के सामने जुटे गाँव वालों ने भूरा सिंह को हौसला बढ़ने के अंदाज में कहा।
" मैं जरुर लड़ूँगा ताऊ। सूरा सिंह को ऐसी पटकनी लगाऊँगा की उसकी सात पुश्तें
याद रखेंगी। अभी बोलो तो अभी के अभी निकल जाऊँ लड़ने के वास्ते या फिर कल बोलो तो
कल। .... सूरा सिंह को ऐसी धूल चटाऊँगा की दुनिया देखेगी दुनिया ।.... पर ताऊ कुछ
मदद आप लोगों को भी करना पड़ेगी। " भूरा सिंह ने कहा।
" तू बोल तो सही भूरे, तुझे कैसी मदद चाहिए। "
पंच एक साथ बोले।
" अपने गाँव के दूध वाले मंडी में दूध बेचते हैं और सुरा सिंह के आदमी खरीद
ले जाते हैं। अपने गाँव के दूध से सूरा सिंह पहलवान बना फिरता है। ये गल्त है, दूध
बंद कराओ जी उसका। कल से कोई दूध नहीं बेचे उसको। "
" ठीक है भूरे तू चिंता मत कर। हम लोग दूध बंद कराने की कोशिश करते हैं।
"
" एक बात और है ताऊ। ये सुरा सिंह बादाम-पिश्ता खाता है। उधर के कुछ लोगों
को फोड़ लो और उसको पिज़्ज़ा-बर्गर की लत लगवाओ। कुछ भी करो, कहीं से फ्री गिफ्ट-शिफ्ट
में भेजो जी। "
" ठीक है पुत्तर सूरा सिंह के आदमी हैं मेरे कहने में, ये कौन सी बड़ी बात है। चल ये भी हो जाएगा। "
" एक बात और, ये सूरा जल्दी सोता है और जल्दी उठता है। उसे रात में रील
देखने की आदत पड़वाओ जी किसी तरह से । ताकि सवेरे देर से उठे और आलसी हो जाए ।
"
" यह तो मुश्किल है भूरे । चल फिर
भी देखते हैं।... कोशिश करेंगे। "
" कुश्ती तो मैं ऐसी जीतूंगा ताऊ कि किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। ऐसे
दाँव लगाऊँगा कि जमाना याद करेगा । ... पंडित से शत्रु नाशक पूजा भी करवा देते तो
ठीक रहता। "
" इसमें क्या दिक्कत है। पंडित तो तेरा ही है। कर देगा पूजा भी।... बस तू
जीत जाए किसी तरह से, यही चाहते हैं लोग।
"
“अरे देखना तो सही ताऊ, ऐसा कूटूँगा ऐसा
कूटूँगा कि सोचा भी नहीं होगा किसी ने ।“
" पर भूरे ... तेरी क्या तैयारी है
? यह तो बता बेटा । "
" मेरी फिकर मत कर ताऊ । जोर से बोलूँगा दे दनादन दे दनादन .... सूरा सुनेगा तो उसकी हिम्मत
टूट जाएगी। देख लेना वो काम करूंगा कि इतिहास याद रखेगा। "
“ तू तो ऐसा कर भूरे कि बस ताल ठोकता
रह दनादन दनादन । मैं बीच में पड़ कर दोनों को बराबर घोषित कर दूंगा । ना वो
जीतेगा ना तू हारेगा । बात खतम । बोल
मंजूर है ।“ ताऊ ने बात को समझते हुए कहा ।
“ताऊ उल्लू ना बना मेरे को । एक साथ
दोनों को दोनों चित हो जाएंगे तो फिर विश्व पहलवान तू ही कहलाएगा !”
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