रविवार, 14 जनवरी 2024

भजन आरती का क्रेश कोर्स


 


इस समय भक्ति-काल चल रहा है । लोगों को भक्ति और काल में से एक को चुनना है । जो समझदार हैं वे भक्ति ही चुन रहे हैं । भक्ति मात्र एक भावना नहीं है । भक्त को बहुत कुछ करना पड़ता है । लोग चंदा दे देते हैं और समझते हैं कि वे भक्त हो गए, ऐसा नहीं है । भक्त को स्वयं भजन आरती वगैरह करना जरुरी है । इंग्लिश मीडियम वाली पीढ़ी भजन आरती के मामले में डबल जीरो है । इसीलिए माहौल में गति धीमी बनी हुई है । भक्तों की टोली के आगे मुंह खोलना उन्हें भारी पड़ता है । आज की पीढ़ी सहभागिता के संकट से गुजर रही है । इसलिए मार्किट में हम उनकी सहायता के लिए नया कोर्स ले कर आए हैं ।

अभी लोग भजन विज्ञान को नहीं समझे हैं । सत्तर साल से जो भजन गए जा रहे हैं वो अब नहीं चलेंगे । नये ‘भगवान’ नये भजन, यही रिवाज है । ऊपर वाला कोई भी क्यों न हो, उसे भजन आरती अपने हिसाब से ही होना मांगता है । इसलिए हमारा इंस्टिट्यूशन भजन आरती का क्रेश कोर्स लाया है । मात्र सात दिनों में आप बहुत अच्छी तरह से भजन आरती गा सकेंगे । फीस जमा करने के बाद रोजाना दो घंटे क्लास अटेंड करना होगी । मंजीरे आपको अपने लाना होंगे । नहीं हों तो हमारे काउंटर से खरीद सकते हैं । अभी पचास प्रतिशत फीस के साथ एडमिशन फार्म भरेंगे तो मंजीरा वादन फ्री सिखाया जायेगा । पूरी फीस एडवांस देंगे तो एक और भगवान का भजन फ्री सिखाया जायेगा । ये हमारी एक के साथ एक फ्री स्कीम है । आप सोच रहे होंगे कि भगवान तो एक ही होते हैं ! सही है ना ? हम देखते ही समझ गए थे कि प्रगतिशील हो तो ज्यादा नालेज नहीं होगा । जानकारी के लिए बता दें कि करोड़ों भगवान हैं अपने यहाँ । हर भगवान ले लिए अलग भजन होता है । अभी कहा ना कि भजन विज्ञान बहुत गहरा और जटिल है । हमारे यहाँ सैकड़ों भजन सिखाने की व्यवस्था है । ढपली वाले, ढोलक वाले, मृदंग वाले, हारमोनियम वाले, सितार वाले ... कई हैं । भजन में वेरायटी बहुत है । सब सीखेंगे तो साल भर लग जायेगा । अभी सीजन है तो क्रेश कोर्स में एक भगवान का परफेक्ट भजन सिखा रहे हैं ।

यहाँ भजन के आलावा आरती भी सिखाई जाती है । आरती सिंगल होती है और डायरेक्ट भगवान को सुनाई जाती है  । आरती में कुछ भी ऊपर नीचे नहीं कर सकते हैं । उसका हर शब्द अपनी जगह फिक्स होता है । भजन को थोडा इधर उधर करके भी गाया तो चल जाता है, आरती को नहीं । इसलिए आरती का आनर्स कोर्स चलता है । पूरा साल आरती की जरुरत पड़ती है । कोर्स थोडा कठिन है लेकिन महत्वपूर्ण है । बहुत ध्यान रखना पड़ता है । भक्त फल की उम्मीद में आरती का गान करते हैं । इसलिए उनकी संतुष्टि का ख्याल रखना जरुरी होता है ।

अगर कुछ हट के कोर्स करना हो तो हमारे पास वो भी है । दफ्तरों में कोई काम पड़ जाये तो बिना नोटामायसिन के पत्ता भी नहीं खड़कता है । लेकिन अगर अधिकारी की उचित आरती उतारो तो दस हजार का काम सात हजार में हो सकता है । प्रेक्टिकल आरती और भजन का ये कोर्स परसनल ट्यूशन में करवाया जाता है । इसकी फीस भी ज्यादा है, लेकिन सफलता इसी में है  । ... आपको पूरा सिलेबस बता दिया है । बताइए कौन सा कोर्स करेंगे ?

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