जैकी सर
समृद्ध आदमी हैं । घरनुमा महल में इनके पास तीन ड्राइंग हाल हैं । दो प्रायवेट हैं, तीसरे हाल को कला और संस्कृति प्रेम के हिसाब से डेकोरेट किया गया है । सभ्य
समाज की बहुत सी गैरज़रूरी जरूरतें होती हैं । व्यवहार में हिन्दी की उपेक्षा जारी
रखते हुए अपने को हिन्दी प्रेमी दिखाना जैकी सर की ऐसी ही एक जरूरत है । इन दिनों
माहौल बदल गया है । करने वाले राष्ट्रभक्ति का सेम्पल कहीं से भी चेक कर सकते हैं
। इसलिए घर में हर वीकएंड ‘हिन्दी-डे’
होता है । उस दिन सब लोग हिन्दी बोलने की पूरी कोशिश करते हैं । यहाँ तक कि अपने
दोनों डॉगीज से भी ।
बड़े आदमी
को हर पार्टी का सगा होना पड़ता है । सत्ताधारी पार्टी अपने को सूर्य मानती है सो
इन्हें मित्र ग्रह के रूप में चंद्र,
मंगल या ब्रहस्पति होना पड़ता है । ड्राइंग हाल के लिए पुस्तक मेले से बहुत सी
किताबें मँगवाई थीं जो आ गईं हैं ।
“थैलों को
यहाँ आराम से रखिए । किताबें खराब ना हों । सावधानी से निकालिए, हिन्दी किताबों की जिल्द कमजोर होती हैं । राष्ट्रवाद ने हिन्दी को मजबूत
किया है जिल्द को नहीं ।“ जैकि सर ने हिदायत दी ।
कर्मचारियों
ने किताबें निकाल कर टेबल पर रख दीं । वे फिर बोले – “देखिये प्रेमचंद को सबसे आगे
रखना है । हर किताब टाइटल सहित मेहमानों को दिखना चाहिए ।“
मैडम ने
आते ही पूछा – “इंगलिश बुक्स कहाँ रखी जाएंगी !?”
“उन्हें प्राइवेट हाल में रखना है । और हाँ ...
लोग पूछें कि प्रेमचंद क्या करते थे तो बताइये कि मुंशी थे इसलिए लिखते थे । बाद
में सम्राट भी हो गए थे ।“
“प्रेमचंद
मुंशी थे !! यू नो मुंशी ? अपने यहाँ भी चार
पाँच काम कर रहे हैं ! हिन्दी वाले कल को इन्हें भी सम्राट बोलेंगे !?”
“इनका पता
नहीं , पर वो थे ऐसा पता चला है । ... जो भी हो दूसरों के लिए जो भले ही सम्राट
हों हमारे लिए उनका मुंशी होना सूट करता है । हमें दिखने के लिए सम्राट और दर्ज
करने के लिए मुंशी मिला है तो बढ़िया है । अभी तक पता नहीं था वरना पहले ला कर सजा
देते ।“
“और पता
करवाइये कितने सम्राट हैं हिन्दी में । मुंशी तो सभी होंगे ही ।“ मैडम बोलीं ।
जैकि सर ने
इसको उसको फोन किया । पता चला कि प्रेमचंद के बाद कोई सम्राट नहीं हुआ और न ही कोई
मुंशी । यानी एक था राजा एक थी रानी, दोनों मर गए खतम कहानी । ये तो यूनिक पीस हो गया !! वे अपने निर्णय पर
खुश हुए । प्रायवेट हाल में भूसा भरा एक शेर रखा है । उसे भी लोग जंगल का राजा
कहते हैं । बोले- “किताबों के साथ एक मुकुट भी रखो ताकि बिना बताए लगे कि सम्राट
की हैं ।“
“और एक कलम
भी रखो ताकि लगे कि वो मुंशी भी हैं ।“ मैडम बोली ।
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